ब्रह्माण्ड एवं ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के सिद्धांत

ब्रह्माण्ड एवं ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के सिद्धांत (Universe and Theories of the Origin of the Universe)

ब्रह्माण्ड एवं ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के सिद्धांत

ब्रह्माण्ड

अतिसूक्ष्मतम अणुवों से लेकर विशालकाय आकाशगंगाओं के समूह को ब्रह्माण्ड कहते है  ब्रह्माण्ड में सभी ग्रह, तारे, गैलेक्सिया, सभी पदार्थ और ऊर्जा शामिल है

ब्रह्माण्ड की संरचना के बारे मे भी अवधारणाएं समय के साथ बदलती रही प्रारंभ मे पृथ्वी को ब्रह्माण्ड का केंद माना जाता था लेकिन बाद मे कॉपरनिकस ने बताया की सूर्य ब्रह्माण्ड के केंद्र मे स्थित है   

भू केन्द्रीय सिद्धांत (Geocentric Theory) – इस सिद्धांत का प्रतिपादन खगोल शास्त्री क्लाडियस टॉलमि ने  140 ई.  में  किया जिसके अनुसार पृथ्वी सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड के केंद्र मे स्थित है और सपूर्ण ब्रह्माण्ड उसकी परिकर्मा करता है । 

सूर्य केन्द्रीय सिद्धांत (Heliocentric Theory) – इस सिद्धांत का प्रतिपादन पोलेंड के खगोल शास्त्री निकोलस कॉपरनिकस  ने  1543  ई.  में  किया जिसके अनुसार सूर्य सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड के केंद्र मे स्थित है और सपूर्ण ब्रह्माण्ड उसकी परिकर्मा करता है

ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के सिद्धांत

  • बिग बैंग सिद्धांत (Big Bang Theory) – जॉर्ज लेमैतेयर 
  • साम्यावयस्था सिद्धांत (Steady State Theory) – थोमस गोल्ड व हर्मन बॉडि
  • दोलन सिद्धांत (Pulsating Universe Theory) – डॉ एलन संडेजा 
  • स्फीति सिद्धांत (Inflationary Theory) – अलेन गुथ 

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