उत्तराखंड पीसीएस (PCS) प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम- UKPSC Pre Syllabus

उत्तराखंड पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम- UKPSC Pre Syllabus

UKPSC Pre Syllabus

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उत्तराखंड पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम-

उत्तराखंड में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा उत्तराखंड पीसीएस (PCS) की परीक्षा आयोजित की जाती है , यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है प्रारंभिक परीक्षा , मुख्या परीक्षा तथा साक्षात्कार |

इस लेख में प्रारंभिक परीक्षा के पैटर्न तथा पाठ्यक्रम (syllabus) के बारे में बताया गया है प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन व सामान्य बुद्धिमत्ता के दो पेपर होते है दोनों पेपरों की अवधी 2-2 घन्टे की होती है 

  1. सामान्य अध्ययन  
    • कुल प्रश्न – 150 (प्रत्येक प्रश्न 01 अंक)
    • कुल अंक – 150
    • समय – 2 घन्टे 
  2. सामान्य बुद्धिमत्ता
    • कुल प्रश्न – 100 (प्रत्येक प्रश्न 1.5 अंक)
    • कुल अंक – 150
    • समय – 2 घन्टे 

 

Note- यहाँ दिया गया पाठ्यक्रम उत्तराखंड लोक सेवा की ऑफिसियल वेबसाइट (www.ukpsc.gov.in) में दिए गए पाठ्यक्रम केअनुसार है 

 

उत्तराखण्ड राज्य सम्मिलित सिविल/प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारम्भिक परीक्षा पाठयक्रम
सामान्य अध्ययन (वस्तुनिष्ठ प्रकार)

प्रश्न पत्र – प्रथम (प्रत्येक प्रश्न 01 अंक का)
समय अवधि – 02 घण्टे
पूर्णांक – 150
Also read… उत्तराखंड लोकसेवा आयोग (प्रा.) परीक्षा सामान्य अध्ययन हल प्रश्न पत्र – 2016

यूनिट – 1

भारत का इतिहास, संस्कृति एवं राष्ट्रीय आन्दोलन

प्रागैतिहासिक काल – हड़प्पा सभ्यता, वैदिक सभ्यता और संगम युग; महाजनपद और मगध का उत्कर्ष; धार्मिक आंदोलन—जैनधर्म, बौद्ध धर्म, भागवत एवं शैव मत; पारसी एवं यूनानी संपर्क और संबंधित अन्य पहलू।

मौर्य साम्राज्य — चन्द्रगुप्त मौर्य, अशोक और उसका धम्म; मौर्यकालीन प्रशासन, अर्थव्यवस्था, समाज एवं कला; कुषाण और संबंधित अन्य पहलू।

गुप्त साम्राज्य – स्थापना, सुदृढीकरण एवं पतन; चन्द्रगुप्त प्रथम, समुद्रगुप्त, चन्द्रगुप्त द्वितीय, स्कन्दगुप्त; गुप्तकालीन प्रशासन, समाज, अर्थव्यवस्था, साहित्य एवं कला और संबंधित अन्य पहलू।

उत्तर-गुप्त काल – हर्षवर्द्धन, पाल, प्रतिहार, राष्ट्रकूट, चोल, पल्लव, चन्देल, परमार, चौहान; 650 ई0 से 1200 ई0 के मध्य सामाजिक, आर्थिक, एवं सांस्कृतिक विकास और संबंधित अन्य पहलू।

भारत में इस्लाम का आगमन – इल्तुतमिश, बलबन, अलाउद्दीन खिलजी, मुहम्मद-बिन-तुगलक, फिरोज तुगलक, सिकन्दर लोदी और इब्राहीम लोदी; दिल्ली सल्तनतकालीन प्रशासन, दिल्ली सल्तनत के पतन को कारण; समाज और अर्थव्यवस्था, इंडो-इस्लामिक वास्तुकला, विजयनगर साम्राज्य, सूफीमत और भक्ति आंदोलन और संबंधित अन्य पहलू।

मुगल साम्राज्य – बाबर, शेरशाह सूरी, अकबर शाहजहाँ औरंगजेब और मुगल साम्राज्य का पतन, मुगल प्रशासन,
जागीरदारी एवं मनसबदारी व्यवस्थाएं मुगलकालीन समाज और अर्थव्यवस्था; साहित्य कला एवं स्थापत्य; मराठा, सिख एवं जाट और संबंधित अन्य पहलू।

यूरोपियों का आगमन – पुर्तगाली, डच और फ्राँसीसी, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी और ब्रिटिश शासन (1758-1857) और संबंधित अन्य पहलू।

ब्रिटिश शासन के आर्थिक प्रभाव और संबंधित अन्य पहलू।

उन्नीसवीं सदी के सामाजिक, धार्मिक सुधार आन्दोलन और संबंधित अन्य पहलू। भारत के वाइसराय(1858-1947)

प्रथम स्वतंत्रता संग्राम (1857), उन्नीसवीं और बीसवीं सदी के गैर-आदिवासी, आदिवासी जातीय एवं किसान आंदोलन, 1857 के बाद का ब्रिटिश शासन, भारत सरकार अधिनियम (1858) और संबंधित अन्य पहलू

1858 के बाद की प्रशासनिक, सामाजिक एवं न्यायिक प्रणाली- प्रशासनिक, शिक्षा एवं न्यायिक सुधार और संबंधित अन्य पहलू।

भारत में राष्ट्रवाद का विकास; राष्ट्रीय आंदोलन का उदय

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस – उदगम, उदारवादी एवं अतिवादी दल

बंगाल का विभाजन, स्वदेशी आंदोलन, मुस्लिम लीग की स्थापना, सूरत अधिवेशन एवं कांग्रेस का विभाजन (1907), मार्ले-मिण्टो सुधार (1909)

प्रथम विश्व युद्ध और राष्ट्रीय आन्दोलन – होमरूल आंदोलन, लखनऊ समझौता (1916), 1917 की अगस्त घोषणा क्रांतिकारी आन्दोलन, गांधी युग, भारत एवं विदेश में क्रांतिकारी आंदोलन, भारत सरकार अधिनियम (1919), रौलेट अधिनियम (1919), जलियावाला बाग नरसंहार ( 13 अप्रैल, 1919), खिलाफत आंदोलन, असहयोग आंदोलन, चौरीचौरा की घटना, स्वराज पार्टी, साइमन कमीशन, नेहरू रिपोर्ट, जिन्ना के 14 सूत्र, कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, प्रथम गोलमेज सम्मेलन, गांधी इरविन समझौता, द्वितीय एवं तृतीय गोलमेज सम्मेलन, कम्यूनल अवार्ड एवं पूना समझौता।

भारत सरकार अधिनियम (1935) – पाकिस्तान की मांग, क्रिप्स मिशन, भारत छोड़ो आंदोलन, कैबिनेट मिशन योजना, आजाद हिन्द फौज, अन्तरिम सरकार, माउण्टबेटन योजना, भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम (1947), भारत का विभाजन, आजादी के बाद का भारत, नवीन क्रियाकलाप एवं सम्बन्धित संगठन और संबंधित अन्य पहलू।

उत्तराखण्ड का इतिहास एवं संस्कृति
प्रागैतिहासिक काल
आद्य ऐतिहासिक काल
उत्तराखण्ड की प्राचीन जनजातियां
कुणिन्द एवं यौधेय
कार्तिकेयुपर राजवंश
कत्यूरी राजवंश
गढ़वाल का परमार राजवंश, कुमाऊँ का चंद राजवंश,
गोरखा आक्रमण एवं शासन
ब्रिटिश शासन
टिहरी रियासत
उत्तराखण्ड में स्वतंत्रता संघर्ष-1857 एवं उत्तराखण्ड, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में उत्तराखण्ड का योगदान
उत्तराखण्ड के जनआंदोलन
उत्तराखंड राज्य संबंधित अन्य पहलू।

यूनिट – 2

भारत एवं विश्व का भूगोल

विश्व का भूगोल- विविध शाखाएं पृथ्वी एवं सौरमण्डल, अक्षांश देशान्तर, समय, परिभ्रमण, परिक्रमण , महाद्वीप , पर्वत, पठार, मैदान, जलमंडल, झीले, वायुमंडल,आद्रता , महासागरीय नितल, ज्वार भाटा, कृषि , पशुपालन,  उधोग,जनसँख्या, जनजातियां, प्रवास, परिवहन, संचार, अन्तर्राष्ट्रीय सीमा रेखाएं, पर्यावरण एवं विश्व व्यापार (क्षेत्रीय आर्थिक गुट), भौगोलिक शब्दावली और संबंधित अन्य पहलू।

 भारत का भूगोल – भौगोलिक परिचय, उच्चावच एवं संरचना, जलवायु अपवाह प्रणाली, वनस्पति, जंतु , पशुपालन, मिट्टी, जल संसाधन, कृषि , पशुपालन,  उधोग,जनसँख्या, जनजातियां, प्रवास, परिवहन, संचार , अनुसूचित जाती एवं जनजातियाँ ,सामाजिक परिस्थितियां, अधिवास एवं प्रदूषण और संबंधित अन्य पहलू।

उत्तराखण्ड का भूगोल – भौगोलिक अवस्थिति, भू–आकृति एवं संरचना, जलवायु, जल प्रवाह तन्त्र, वनस्पति, सिंचाई, मुख्य नगर, पर्यटन स्थल, जनसंख्या, अनुसूचित जाति एवं जनजातिया, परिवहन तन्त्र, ऊर्जा संसाधन एवं औद्योगिक विकास, प्राकृतिक आपदाएं और संबंधित अन्य पहलू।

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